दैनिक जागरण अयोध्या संस्करण में संवाददाता , मैं स्वभाव से बेहद सरल लेकिन कार्यों के प्रति बेहद सख्त हूं, ईश्वर में आस्था है और किसी के दिल को ठेस न पहुंचे, ऐसे मनोभाव से कार्य करने का आदी हूं, भ्रष्ट लोगों से मुझे सख्त नफरत है। मेरी कोशिश रहती है कि ऐसे लोगों का प्रतिकार हो। हिन्दी फिल्में देखना पसंद है। कुछेक लेख और कहानियां भी कभी-कभार पढ़ लेता हूं। एक साधारण परिवार से होने के कारण मुझे समाज के हर वर्ग के बारे में थोड़ी-बहुत जानकारी है। एक दशक से अधिक समय से क्राइम और समाज से जुड़ी विभिन्न समस्याओं के बारे में लेखन से मुझे इनके बारे में भी जानकारी है। मैं समाज के गरीब और कमजोर लोगों की भलाई के लिए हर संभव कोशिश करता रहता हूं। मुझे ऐसी खबरें लिखने में सुखद अनुभूति होती है जिनसे पीडि़तों को तत्काल राहत मिलती है। साथ ही कृषि, शिक्षा और सामाजिक सरोकारों के क्षेत्र में कार्य करने वालों को प्रोजेक्ट करने की कोशिश करता हूं। समाज में भय एवं आतंक का माहौल बनाने वाले माफिया और सफेदपोशों से मुझे सख्त नफरत है। मिलावटखोंरों, जमाखोरों और कालाबाजारी करने वाले मेरी नजर में समाज के सबसे बड़े अपराधी हैं।
अमीरों की होती जगमग दीवाली, गरीबों की हर रात काली आओ हम भी खुशियों के दीप जलाएं जिसमें इक दीया गरीबों का भी हो शामिल न पटाखे न शोर और धमाके, बस बोलिये मीठी वाणी शायद ऐसे में उन गरीबों की भी मन जाय दीवाली
दीवाली को लेकर आपने अच्छी बात लिखी है। पटाखों के शोर की बजाय मीठी वाणी के इस्तेमाल से दिवाली मनाने की जो बात आप कहते हैं अगर वह सच हो जाए तो हर दिन दीवाली हो जाएगी।
शानदार
जवाब देंहटाएंदीवाली को लेकर आपने अच्छी बात लिखी है। पटाखों के शोर की बजाय मीठी वाणी के इस्तेमाल से दिवाली मनाने की जो बात आप कहते हैं अगर वह सच हो जाए तो हर दिन दीवाली हो जाएगी।
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